भाई You will feel most deep moment after reading this - best letter for the loved one who is angry & away
भाई
You will feel most deep moment after reading this - best letter for the loved one who is angry & away
मेरे को आज फिर तेरी याद आ गई.
तुझे याद है,तेरी बाइक की सीट पर कौन था हमेशा? मैं था ना भाई.
जब तू मेरे करीब आया ना,
उन सालों में साला सब दोस्तों की छुट्टी हो गई रे.
इतने साल तुझसे दूर रहकर,
लगभग तुझे भूल कर, मुझे क्या पता चला,
मेरे भीतर एक कमरा है, बंद कमरा, जिसमें तू रहता है,
मैंने ताला लगा रखा है उस पर,
कि तू सवाल करता है , डाटता है, तो मैं उसके आसपास भी नहीं जाता,
पर किसी रात नींद में ,ख्वाब में, उस कमरे से आवाज आती है,
याद रख मैं भूल गया तुझको,
पर कमरे की दीवार से सटकर कर रात भर बैठना अच्छा लगता हे,
मैं उस कमरे को खोलता नहीं, भूल जाना चाहता हूं, मेरे बीवी बच्चों के शोर मैं मुझे तेरी पुकार सुनाई पड़ती है,
क्यों....? आखिर क्यों..?
तू नाराज है मुझसे तो
मैं भी नाराज हो सकता हूं.
मैं होना चाहता हूं पर हो नहीं पाता, मैंने तुझे लाख कोसा ,गालियां दी ,
पर मैं नहीं हो पाया ,नाराज तुझसे.
तू हंसता खेलता है, तो मैं नहीं हंसता फिर भी सब ठीक है.
तुझे कुछ होता है तो मैं हिल जाता हूं.
मुझे पता है कि सब हंसेंगे मेरी इस बात पर, यकीन करना मुश्किल सा है,
इसीलिए तो बोल नहीं पाया अबतक
पर अब बेशर्मी से भाई मेरे को बोलने का है,
तेरा कमरा खाली है रे,
उसमें कोई नहीं आने वाला, शायद मैं ही नहीं आने दूंगा,
जब गिनतियों का सहारा लेकर मैंने तुझे पूरी तरह भूलना चाहा,
मैं भूल ही गया महीनों तक, पर तू है कि जाता नहीं कहीं,
वही का वही कब्जा कर बैठा है,
भाई या तो तू वह कमरा खोलकर भीतर बुला ले मुझको
सारे लेनदेन सही गलत के परे
मेरे लिए बताना जरूरी है
और
तेरे लिए
सिर्फ तेरे लिए जानना जरूरी है
कि तू क्या रहा है मेरे लिए हमेशा से
मुझसे अब हिसाब नहीं होता हे, तुझे पता है कि मैं तो ऐसा ही आलसी बंदा हूं.
मैं भी अपनी मस्ती में मस्त हूं, महीनों तुझे याद नहीं करता,
पर जब लाख शिकायतों के बाद तेरा ख्याल आ जाता है
तो बस तू ही तू मुझे परेशान करता है..
भाई क्या मैं भी परेशान करता हूं तुझको......
तुझे याद है,तेरी बाइक की सीट पर कौन था हमेशा? मैं था ना भाई.
जब तू मेरे करीब आया ना,
उन सालों में साला सब दोस्तों की छुट्टी हो गई रे.
इतने साल तुझसे दूर रहकर,
लगभग तुझे भूल कर, मुझे क्या पता चला,
मेरे भीतर एक कमरा है, बंद कमरा, जिसमें तू रहता है,
मैंने ताला लगा रखा है उस पर,
कि तू सवाल करता है , डाटता है, तो मैं उसके आसपास भी नहीं जाता,
पर किसी रात नींद में ,ख्वाब में, उस कमरे से आवाज आती है,
याद रख मैं भूल गया तुझको,
पर कमरे की दीवार से सटकर कर रात भर बैठना अच्छा लगता हे,
मैं उस कमरे को खोलता नहीं, भूल जाना चाहता हूं, मेरे बीवी बच्चों के शोर मैं मुझे तेरी पुकार सुनाई पड़ती है,
क्यों....? आखिर क्यों..?
तू नाराज है मुझसे तो
मैं भी नाराज हो सकता हूं.
मैं होना चाहता हूं पर हो नहीं पाता, मैंने तुझे लाख कोसा ,गालियां दी ,
पर मैं नहीं हो पाया ,नाराज तुझसे.
तू हंसता खेलता है, तो मैं नहीं हंसता फिर भी सब ठीक है.
तुझे कुछ होता है तो मैं हिल जाता हूं.
मुझे पता है कि सब हंसेंगे मेरी इस बात पर, यकीन करना मुश्किल सा है,
इसीलिए तो बोल नहीं पाया अबतक
पर अब बेशर्मी से भाई मेरे को बोलने का है,
तेरा कमरा खाली है रे,
उसमें कोई नहीं आने वाला, शायद मैं ही नहीं आने दूंगा,
जब गिनतियों का सहारा लेकर मैंने तुझे पूरी तरह भूलना चाहा,
मैं भूल ही गया महीनों तक, पर तू है कि जाता नहीं कहीं,
वही का वही कब्जा कर बैठा है,
भाई या तो तू वह कमरा खोलकर भीतर बुला ले मुझको
सारे लेनदेन सही गलत के परे
मेरे लिए बताना जरूरी है
और
तेरे लिए
सिर्फ तेरे लिए जानना जरूरी है
कि तू क्या रहा है मेरे लिए हमेशा से
मुझसे अब हिसाब नहीं होता हे, तुझे पता है कि मैं तो ऐसा ही आलसी बंदा हूं.
मैं भी अपनी मस्ती में मस्त हूं, महीनों तुझे याद नहीं करता,
पर जब लाख शिकायतों के बाद तेरा ख्याल आ जाता है
तो बस तू ही तू मुझे परेशान करता है..
भाई क्या मैं भी परेशान करता हूं तुझको......
PANKAJ JAIN
www.speedearning.com
8381021346
7066045880
kaise ho bindaas zindagi (a special online program to make you super happy & successful)
Oil prices rebound but still weak due to over supply.
ReplyDeleteCapitalstars