किसी को भी ,किसी पे भी कोई यकीं नहीं है
हां,मिलने जुलने वालो की कोई कमी नही है
कोई मिल अच्छा लग बस चार हफ्तों तक
कब कहा गलत है वो,लेकिन सही नही है
क्या लेने चले थे और क्या क्या हासिल कर लिया
जो एक चीज दिल को छू पाती,बस वही नही है
use जाने,भरोसा करके दिल की बात कह डाले
इसमें वक्त लग जाता है जो शायद अभी नहीं है
kyo उतना और भागे हर दफे मायूस हो हो कर
हमे मालूम है जो ढूंढते है अब तो कही नही है
लड़ना हो, हंसना रोना हो,पर खालीपन ना हो
मेरे घर दोस्त है, दुश्मन है मगर अजनबी नही है
Muzpe yakin ghat raha he faasle badha lo,
Mere alaawa aur kahin kuchh silsile bana lo,
Umra bhar ki ye ghutan Jaan hi le legi,
Behtar yahi he kuchh dino ki taklife utha lo.
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